भारत में 80 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है, हर कोई अमीर बनना चाहता है। भारत का 80 प्रतिशत पैसा 20 प्रतिशत अमीर लोगों के पास है, जबकि विकसित देशों में ऐसा नहीं है। भारत का प्रत्येक गरीब सोचता है की बिना पैसे के अमीर कैसे बने ? 1 दिन में अमीर कैसे बने ? तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बतायेंगे कि लोन लेकर अमीर कैसे बना जाता है और कैसे गरीब आदमी अमीर बन सकता है।
1959 में 7 गुजराती औरतों ने ₹50 का लोन लेकर 1600 करोड रुपए की कंपनी खड़ी कर दी थी, वो भी बिना किसी एजुकेशन और एक्सपीरियंस के, हम बात कर रहे हैं ‘लिजत पापड़’ कंपनी की, जो आज इतनी बड़ी हो गई है कि 50,000 एम्पलाई उसमें काम कर रहे हैं और इस कंपनी का एनुअल टर्नओवर ₹800 करोड़ से भी ज्यादा है।
चलिए बात करते है की लोन लेकर अमीर कैसे बना जाता है, क्योंकि हमें हमेशा से ही यही सिखाया जाता है कि लोन मत लो, क्रेडिट कार्ड का उपयोग मत करो, बिजनेस मत करो इन सब में बहुत रिस्क होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि धीरूभाई अंबानी, मुकेश अंबानी, एलन मस्क और रतन टाटा जैसे और भी बड़े बड़े बिजनेसमैन के पास इतना पैसा कहां से आता है? जी हां, आप सही सोच रहे हो यह सभी लोन लेते हैं लेकिन यह लोन लेकर अपने पैसे को बचाते हैं और बिजनेस को ग्रो करने के लिए काम में लेते हैं।
चलिए जानते हैं इन लोगों ने अपनी इतनी बड़ी कंपनी कैसे खड़ी कर दी, लेकिन उससे पहले यह जानना बहुत ज़रूरी है कि अमीर और अमीर क्यों होता जा रहा है, तथा गरीब और गरीब क्यों होता जा रहा है? क्यों अमीर और गरीब के बीच में ये गैप बढ़ता ही जा रहा है, क्यों 80% दौलत, 20% अमीर लोगों के पास ही है। क्यों अमीर लोग काम करके और अमीर बन जाते हैं और अपनी लाइफ में एंजॉय कर पाते हैं, वहीं गरीब लोग पूरी फोकस के साथ काम करके भी अमीर नहीं बन पाते हैं। ऐसी कौन सी बातें हैं जो हमें अभी तक पता नहीं है। जिस वजह से यह गैप बढ़ता ही जा रहा है।
दोस्तों इसका उत्तर rich dad poor dad के लेखक robert kiyosaki ने अपनी बुक में साफ साफ बताया है। उन्होंने बताया कि इसका कारण फाइनेंस एजुकेशन है अमीर लोग फॉर्मल एजुकेशन को कम इंर्पोटेंस देते हैं और अपने बच्चों को भी फाइनेंस एजुकेशन देते हैं। क्योंकि वे जानते हैं अमीर बनने के लिए यही सबसे ज्यादा काम आती है। वहीं गरीब लोग फाइनेंस एजुकेशन के बजाय फॉर्मल एजुकेशन को ज्यादा इम्पोर्टेन्ट मानते हैं। जिसकी वजह से वे सरकारी नौकरी और छोटे मोटे कामों तक ही सीमित रह जाते हैं।
दोस्तों लोन भी दो तरह से लिया जा सकता है। एक तो वह जो इंडिया में सबसे ज्यादा लिया जाता है जैसे कार लोन, क्रेडिट कार्ड लोन और भी बहुत सारे लोन। ये सभी लोन केवल हमारी जिम्मेदारी को पूरा करते हैं, हमारी ज़रूरतों को पूरा करते हैं, जिससे हमारी इनकम जनरेट होती ही नहीं बल्कि उल्टा हमारी जेब से ही कुछ पैसे ओर लग जाते हैं।
वहीं दूसरी तरफ अमीर लोग लोन लेकर कोई कार्ड नहीं खरीदते हैं, वे अपने पैसों को ऐसेट्स बनाने और उस जगह पर इन्वेस्ट करते हैं, जहां पर उनको लोन की EMI से ज्यादा रिटर्न मिलता हो और अधिकतर रिच मेन लोन लेकर ही अमीर बने हैं। इसी टेक्नीक को financial leveraging कहा जाता है, लेकिन इसमें रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। लेकिन रिस्क तो जीवन में लेना ही पड़ता है जैसे यदि आप अभी बाहर रोड पर जा रहे हो और किसी ने टक्कर मार दी तो वह भी मरने का एक रिस्क ही है। आगे इस लेख में हम उन चार बिजनेस ideas के बारे में जानते हैं जो आपको लोन लेकर भी अमीर बना सकते हैं –
रेंटल इनकम बनाना
इस बिजनेस में आपको ऐसी प्रॉपर्टी खरीदनी होगी जिसकी वैल्यू अधिक हो और वह किसी भी प्रॉब्लम के कारण आपको सस्ते दाम पर मिल रही हो। कहने का सीधा मतलब यह है कि कोई भी प्रॉपर्टी आपको उसके एक्चुअल प्राइस से कम मिल रही हो। जैसे आपको कोई प्रॉपर्टी पता है कि आज इसकी वैल्यू 50 लाख है और उस प्रॉपर्टी के ओनर के फॅमिली में कुछ इशू होने की वजह से वे 30 लाख में दे रहे हैं। अब इसमें आपका फ़ायदा तो ज़रूर ही होने वाला है। आप कोशिश करो कि उस प्रॉपर्टी से आप इतना रेंट निकाल सकें कि वह आपके लोन की EMI से ज्यादा हो। इसी तरह से आप कुछ प्रॉपर्टी जो लोन प्रॉब्लम के कारण भी कभी कभी डिस्काउंट में मिल जाती हैं उन्हें भी खरीद सकते हैं।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना
अब चलते हैं हमारे दूसरे आइडिया पर इस बिजनेस में आपको हाई ग्रोथ वाले स्टॉक में पैसे लगाने हैं, जिससे हमें ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट हो सके। इसी मेथड का उपयोग करके, एक बार अश्निर ग्रोवर ने भी 95 करोड़ का लोन लेकर उन्हें Zomato के IPO में इन्वेस्ट किया और मात्र 8 मिनट में 2.25 करोड़ रुपए कमा लिया। अब दोस्तों लोन लेकर स्टॉक खरीदना एक बहुत बड़ी रिस्क होती है और ना ही मिडिल क्लास लोगों को इतना बड़ा लोन मिल पाता है, ना ही मिडिल क्लास लोगों के पास इतना नॉलेज होता है कि वे स्टॉक में पैसा लगाकर अपना प्रॉफिट अधिक बढ़ा सकते हैं।
इसके लिए दोस्तों आपको पहले शेयर मार्केट का नॉलेज लेना बहुत जरूरी है। शेयर मार्केट का नॉलेज आप फ्री में यूट्यूब से ले सकते हैं, यूट्यूब पर ऐसे बहुत सारे वीडियो है जिसमें आप कम समय में अच्छा नॉलेज पा सकते हैं लेकिन इसके लिए भी जरूरी है कि कौन सा चैनल सही नॉलेज देता है, पहले उसकी पहचान करना आना चाहिए।
लोन लेकर अपने खुद के बिजनेस को बढ़ाना
तीसरा आईडिया है अपने बिजनेस को बढ़ाना, क्या दोस्तों आपको पता है मुकेश अंबानी ने अपने 5G network को कैसे ग्रो किया? इसके लिए मुकेश अंबानी ने भी लगभग 5 बिलियन डॉलर का कर्ज लिया था। अब अगर हमें भी हमारे पहले से चलते आ रहे बिजनेस में कुछ ग्रोथ नज़र आती है तो हम भी अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए लोन ले सकते हैं। अब इसे एक उदाहरण से समझते हैं, मान लो आपका एक छोटा सा रेस्टोरेंट है और वह आपके एरिया में कुछ अच्छा नाम कमा चुका है तो अब आप अपने दूर से आने वाले कस्टमर के लिए एक और ब्रांच बना सकते हैं और उसमें लोन लेकर पैसा लगा सकते हो जिसकी EMI को आप प्रॉफिट से आसानी से भर सकते हो। एक बार लोन फ्री होने के बाद उस ब्रांच से प्रॉफिट हमेशा के लिए होता रहेगा जब तक कि वह बिजनेस चलता रहेगा।
टैक्स बचाना
टैक्स अमीर और गरीब के बीच बहुत बड़ा अन्तर होता है क्या आप जानते है अमीर लोग ज़्यादा पैसे कमाते हुए भी मिडल क्लास लोगों की तुलना में कम टैक्स भरते हैं वह भी लीगली, दरअसल टैक्स को बचाने के लिए अमीर लोग अपने खर्चो को बिजनेस के नाम पर दिखाते हैं और टैक्स को नहीं भरते हैं क्योंकि गवर्नमेंट भी बिजनेस के नाम पर बहुत से टैक्स कम करती है।
जैसे एक बिजनेसमैन अपने बेटे के लिए एक लैपटॉप खरीदना चाहता है। वहां पर उसने अपना GST कार्ड लगाया और जिसकी वजह से 18% GST टैक्स कम हो गया। वहीं अगर मिडिल क्लास लोग या सरकारी नौकरी वाले लोगों को अगर मोबाइल या लैपटॉप खरीदना पड़ता है तो उनको वह 18% GST टैक्स भरना ही पड़ता है। इसी प्रकार एक बिजनेसमैन पहले अपने घर के खर्चों और बच्चों की पढ़ाई के खर्चों को काट कर बाकी बची राशि पर टैक्स देता है। वहीं दूसरी ओर एक सरकारी कर्मचारी की सैलरी में से पहले टैक्स कटता है उसके बाद वह बची हुई सैलरी से घर का खर्च और बच्चों की पढ़ाई का खर्च चलाता है, मतलब सरकारी कर्मचारी अधिक टैक्स देता है।